Pediatric Orthopaedic Surgery
■ Congenital Anomalies
■ CTEV, CP, POLIO
- जन्मजात पैरों का टेढ़ापन (Deformed Limbs)
- बच्चों के चलने में लचकपन
- पुराने फ्रेक्चर के कारण, कोहनी, कलाई का टेढ़ापन
- Knock Knee (घुटनों का टकराना)
- DDH (जन्म से कूल्हों का उतरना)
यह सूची जन्मजात और बाल्यावस्था में होने वाली विकृतियों और रोगों को दर्शाती है। आइए इन पर विस्तार से चर्चा करें:
Congenital Anomalies (जन्मजात विकृतियाँ)
जन्मजात विकृतियाँ वे हैं जो जन्म के समय से ही होती हैं। इनमें से कुछ प्रमुख विकृतियाँ निम्नलिखित हैं:
- CTEV (Congenital Talipes Equinovarus):
– इसे Clubfoot के नाम से भी जाना जाता है।
– इसमें पैर अंदर की ओर मुड़ जाते हैं।
– इसका उपचार सर्जरी या कैस्टिंग द्वारा किया जा सकता है।
- Cerebral Palsy (CP):
– मस्तिष्क के विकास में समस्या के कारण होने वाली स्थिति।
– यह बच्चों की चाल और मांसपेशियों की कार्यक्षमता को प्रभावित करती है।
– उपचार में फिजियोथेरेपी, दवाएं और कभी-कभी सर्जरी शामिल हो सकते हैं।
- Polio:
– पोलियो एक वायरल संक्रमण है जो मांसपेशियों की कमजोरी और लकवा पैदा कर सकता है।
– टीकाकरण द्वारा इसे रोका जा सकता है।
अन्य संबंधित समस्याएँ
– जन्मजात पैरों का टेढ़ापन (Deformed Limbs):
– यह विकृति जन्म के समय से होती है और पैर या हाथों के असामान्य विकास के कारण होती है।
– बच्चों के चलने में लचकपन:
– मांसपेशियों की कमजोरी या तंत्रिका तंत्र की समस्याओं के कारण बच्चों के चलने में असामान्यता हो सकती है।
– पुराने फ्रेक्चर के कारण, कोहनी, कलाई का टेढ़ापन:
– पुरानी चोटों या फ्रेक्चर के कारण जोड़ और हड्डियों का गलत जुड़ना।
– सही उपचार न होने पर जोड़ टेढ़े हो सकते हैं।
– Knock Knee (घुटनों का टकराना):
– यह स्थिति घुटनों के अंदर की ओर मुड़ने से होती है।
– फिजियोथेरेपी और उचित फुटवियर से इसका उपचार किया जा सकता है।
-DDH (Developmental Dysplasia of the Hip):
– इसमें कूल्हों का जोड़ अस्थायी रूप से बाहर आ जाता है।
– यह जन्मजात स्थिति हो सकती है और सही समय पर पता लगाकर उपचार किया जा सकता है।
यदि आपको इनमें से किसी भी स्थिति के बारे में और जानकारी चाहिए, तो कृपया बताएं!